⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

करनीका फल  [Moral Story]
Story To Read - Short Story (प्रेरक कथा)

[4]

करनीका फल

एक कुत्ते और एक मुर्गे के बीच बड़ा प्रेम था। एक दिन दोनों साथ मिलकर घूमनेको गये। एक जंगलके बीच रात हो गयी। रात बितानेके लिये मुर्गा एक वृक्षकी शाखापर चढ़ गया और कुत्ता उसी वृक्षके नीचे लेट गया।
क्रमश: भोर होनेको आयी। मुर्गेका स्वभाव है कि वह भोरके समय जोरकी आवाजमें बाँग देता है। मुर्गेकी आवाज सुनते ही एक सियारने मन ही मन सोचा आज कोई उपाय करके इस मुर्गेको मारकर इसका मांस खाऊँगा। ऐसा निश्चय करके धूर्त सियार वृक्षके पास जाकर मुर्गेको सम्बोधित करते हुए बोला, 'भाई, तुम कितने भले पक्षी हो; सबका कितना उपकार करते हो। मैं तुम्हारी आवाज सुनकर अत्यन्त आह्लादित होकर आया हूँ। वृक्षकी शाखासे नीचे उतर आओ, हम दोनों मिलकर थोड़ा आमोद-प्रमोद करेंगे।'
सियारकी चालाकी समझकर मुर्गेने उसकी धूर्तताका फल देनेके लिये कहा, 'भाई सियार, तुम वृक्षके नीचे आकर थोड़ी देर प्रतीक्षा करो, मैं उतर रहा हूँ।' यह सुनकर सियार जब आनन्दपूर्वक उस वृक्षके नीचे आया, तभी कुत्तेने उसपर आक्रमण कर दिया और अपने नखों दाँतोंसे प्रहार करके उसे मार डाला। दूसरोंके लिये गड्ढा खोदनेवाला स्वयं ही गड्ढे में गिर जाता है।



You may also like these:

हिन्दी कथा आनन्दघनकी खीझ
हिन्दी कहानी उपासनाका फल
हिन्दी कहानी धनका परिणाम – हिंसा
आध्यात्मिक कहानी नास्तिकताका कुठार
आध्यात्मिक कहानी मैं आपका पुत्र हूँ
हिन्दी कहानी सच्ची न्यायनिष्ठा
आध्यात्मिक कहानी सदाचारका बल


karaneeka phala

[4]

karaneeka phala

ek kutte aur ek murge ke beech bada़a prem thaa. ek din donon saath milakar ghoomaneko gaye. ek jangalake beech raat ho gayee. raat bitaaneke liye murga ek vrikshakee shaakhaapar chadha़ gaya aur kutta usee vrikshake neeche let gayaa.
kramasha: bhor honeko aayee. murgeka svabhaav hai ki vah bhorake samay jorakee aavaajamen baang deta hai. murgekee aavaaj sunate hee ek siyaarane man hee man socha aaj koee upaay karake is murgeko maarakar isaka maans khaaoongaa. aisa nishchay karake dhoort siyaar vrikshake paas jaakar murgeko sambodhit karate hue bola, 'bhaaee, tum kitane bhale pakshee ho; sabaka kitana upakaar karate ho. main tumhaaree aavaaj sunakar atyant aahlaadit hokar aaya hoon. vrikshakee shaakhaase neeche utar aao, ham donon milakar thoda़a aamoda-pramod karenge.'
siyaarakee chaalaakee samajhakar murgene usakee dhoortataaka phal deneke liye kaha, 'bhaaee siyaar, tum vrikshake neeche aakar thoda़ee der prateeksha karo, main utar raha hoon.' yah sunakar siyaar jab aanandapoorvak us vrikshake neeche aaya, tabhee kuttene usapar aakraman kar diya aur apane nakhon daantonse prahaar karake use maar daalaa. doosaronke liye gaddha khodanevaala svayan hee gaddhe men gir jaata hai.

117 Views





Bhajan Lyrics View All

कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा

New Bhajan Lyrics View All

हमको चुरू धाम बुलाया, मेहरबानी आपकी,
मेहरबानी आपकी बाबा मेहरबानी आपकी...
बम बम बम बम बम बम,
भोले जी नाथ जी भोले जी नाथ जी,
कीर्तन में आये है तो श्याम ने पुकार ले,
बोलकर श्री राधे राधे जीवन संवार ले...
तेरी कृपा से बाबा जीवन संवर रहा है,
बिन बोल ही तू मेरा हर काम कर रहा है,
सतगुरु दाता दयाल है,
जिस नु दया सदा होये,