⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

क्षणिक जीवन  [हिन्दी कहानी]
प्रेरक कथा - हिन्दी कहानी (Short Story)

महात्मा नूहको दीर्घायु मिली थी ! पूरे एक हजार वर्षतक वे जीवित रहे, अन्तमें उनका शरीर छूटा और वे स्वर्ग गये। वहाँ देवताओंने पूछा-'संसारमें इतनी बड़ी आयु तुम्हें कैसी प्रतीत हुई?'हजरत नूह बोले- 'इतनी आयुतक जीवित रहना मुझे तो ऐसा ही लगा जैसे कोई सरायके एक द्वारसे प्रवेश करके वहाँ रुके बिना दूसरे द्वारसे बाहर आ जाय।'

-सु0 सिं0



You may also like these:

आध्यात्मिक कथा आकर्षण
आध्यात्मिक कहानी आसक्तिका अन्तर
छोटी सी कहानी ऐसो को उदार जग माहीं
हिन्दी कहानी गुणग्राहकता
हिन्दी कथा धनी कौन
प्रेरक कहानी परोपकारका आदर्श
शिक्षदायक कहानी भगवत्सेवक अजेय है
Spiritual Story मनका पाप
प्रेरक कथा संसर्गसे गुण-दोष
आध्यात्मिक कथा सच्चे सुखका बोध
आध्यात्मिक कहानी सबसे भयंकर शत्रु - आलस्य


kshanik jeevana

mahaatma noohako deerghaayu milee thee ! poore ek hajaar varshatak ve jeevit rahe, antamen unaka shareer chhoota aur ve svarg gaye. vahaan devataaonne poochhaa-'sansaaramen itanee bada़ee aayu tumhen kaisee prateet huee?'hajarat nooh bole- 'itanee aayutak jeevit rahana mujhe to aisa hee laga jaise koee saraayake ek dvaarase pravesh karake vahaan ruke bina doosare dvaarase baahar a jaaya.'

-su0 sin0

321 Views





Bhajan Lyrics View All

श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...

New Bhajan Lyrics View All

माँ के दर्शन से होता बेड़ा पार,
होता बेड़ा पार मां शेरावाली,
रावण समझा के कहता सुनो जानकी,
मेरी लंका है देखो सितारों जड़ी...
ब्रज में बरसाना गांव, राधे मोहे प्यारो
तेरी ऊंची हवेली सरकार, राधे मोहे
मोहन तेरा नाम मैं रटता सुबह शाम मैं,
नाम तेरा लेकर शुरू करता हर काम मैं,
मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना