⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

नीति  [Story To Read]
Wisdom Story - Moral Story (हिन्दी कथा)

ईरानके न्यायनिष्ठ बादशाह नौशेरवाँ एक बार कहीं शिकारमें निकले थे। भोजन बनने लगा तो पता लगा कि नमक नहीं है। एक सेवक पासके मकानसे नमक ले आया । बादशाहने इसे देख लिया। सेवकको बुलाकर उन्होंने पूछा- 'नमकका मूल्य दे आये हो ?'

सेवकने कहा- 'इतनेसे नमकका मूल्य देनेकी क्या आवश्यकता है।' बादशाहने उसे झिड़कते हुए कहा-'ऐसी भूलफिर कभी मत करना । पहिले नमकका मूल्य देकर आओ । बादशाह यदि प्रजाके किसी बागसे बिना मूल्य दिये एक फल ले ले तो उसके कर्मचारी बागको उजाड़ ही कर देंगे। वे शायद बागके पेड़ कटवाकर लकड़ियाँ भी जला डालें।'

सभी समय, सब देशोंके उच्चाधिकारियोंके लिये यह प्रशस्त आदर्श है।

- सु0 सिं0



You may also like these:

हिन्दी कहानी समताका भाव
हिन्दी कहानी रोगी कौन नहीं है
हिन्दी कहानी बलिप्रथा अधर्म है
हिन्दी कहानी ज्ञानपिपासु
हिन्दी कहानी ईश्वरका सच्चा भक्त
हिन्दी कहानी सभ्यता
हिन्दी कहानी संतकी एकान्तप्रियता


neeti

eeraanake nyaayanishth baadashaah nausheravaan ek baar kaheen shikaaramen nikale the. bhojan banane laga to pata laga ki namak naheen hai. ek sevak paasake makaanase namak le aaya . baadashaahane ise dekh liyaa. sevakako bulaakar unhonne poochhaa- 'namakaka mooly de aaye ho ?'

sevakane kahaa- 'itanese namakaka mooly denekee kya aavashyakata hai.' baadashaahane use jhida़kate hue kahaa-'aisee bhoolaphir kabhee mat karana . pahile namakaka mooly dekar aao . baadashaah yadi prajaake kisee baagase bina mooly diye ek phal le le to usake karmachaaree baagako ujaada़ hee kar denge. ve shaayad baagake peda़ katavaakar lakada़iyaan bhee jala daalen.'

sabhee samay, sab deshonke uchchaadhikaariyonke liye yah prashast aadarsh hai.

- su0 sin0

112 Views





Bhajan Lyrics View All

करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥

New Bhajan Lyrics View All

साई ने सच्ची दिशा जग में हमे दिखलाई,
साई ने सच्ची दिशा जग में हमे दिखलाई,
तेरी बंसी की सुन तान,
हो गया दिल दीवाना,
मेरे सोणे सतगुरू ने आज रहमता लुटाईया
ओहदी दया मेहर वेख के अंखिया भर आईया
राम नाम के साबुन से जो मन का मैल भगाएगा,
निर्मल मन के शीशे में तू राम के दर्शन
मोहन मेरा मुरली वाला
मैंने हरी से प्यार किया...