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मर्यादाके त्यागसे अपमान  [Story To Read]
Moral Story - बोध कथा (आध्यात्मिक कहानी)

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मर्यादाके त्यागसे अपमान

एक जगह बहुत-से मोरके पंख पड़े हुए थे। एक कौएने उन्हें देखकर मन-ही-मन सोचा-यदि मैं इन मौरके पंखोंको अपने पंखोंपर लगा लूँ, तो मैं भी मोरके समान ही सुन्दर दीखने लगूँगा। यह सोचकर कौवने उन्हें अपने पंखोंपर लगा लिया और अन्य कौवोंके पास जाकर कहने लगा- 'तुमलोग बड़े नीच और कुरूप हो मैं अब तुम लोगोंके साथ नहीं रहूंगा। यह कहकर वह मोरोंकी टोलीमें सम्मिलित होने चला
मोरोंने उसे देखते ही पहचान लिया कि यह कौआ है। इसके बाद सभी मोरोंने मिलकर उसके पंखोंसे एक एक मोर पंख नोच लिये और उसे अत्यन्त मूर्ख ठहराकर उसपर प्रहार करने लगे। कौआ परेशान हो गया और उसने भागकर अपनी जान बचायो।
इसके बाद वह फिर अपनी टोलीमें शामिल होने गया। इसपर दूसरे कौवोंने उसकी हँसी उड़ाते हुए कहा, "अरे मूर्ख तू मोरकि पंख पाकर अहंकारमें उन्मत्त हो हम लोगों से घृणा करके और गालियाँ देते हुए मोरोंके दलमें शामिल होने गया था वहाँसे अपमानित होकर अब तू फिर हमारी टोलीमें मिलने आया है। तू तो वडा ही नीच और निर्लज है।
इस प्रकार उसका तिरस्कार करते हुए उन लोगोंने उस मूर्ख कौवेको भगा दिया।
मनुष्य यदि दूसरोंकी नकलका प्रयास छोड़कर अपने गुण-अवगुण जानकर अपनी अवस्थासे सन्तुष्ट रहे अपनी मर्यादामें रहे तो उसे किसीके सामने अपमानित नहीं होना पड़ता। जो अपनोंका अपमान करता है उसे अपनों और पराया दोनोंसे अपमानित होना पड़ता है।



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maryaadaake tyaagase apamaana

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maryaadaake tyaagase apamaana

ek jagah bahuta-se morake pankh pada़e hue the. ek kauene unhen dekhakar mana-hee-man sochaa-yadi main in maurake pankhonko apane pankhonpar laga loon, to main bhee morake samaan hee sundar deekhane lagoongaa. yah sochakar kauvane unhen apane pankhonpar laga liya aur any kauvonke paas jaakar kahane lagaa- 'tumalog bada़e neech aur kuroop ho main ab tum logonke saath naheen rahoongaa. yah kahakar vah moronkee toleemen sammilit hone chalaa
moronne use dekhate hee pahachaan liya ki yah kaua hai. isake baad sabhee moronne milakar usake pankhonse ek ek mor pankh noch liye aur use atyant moorkh thaharaakar usapar prahaar karane lage. kaua pareshaan ho gaya aur usane bhaagakar apanee jaan bachaayo.
isake baad vah phir apanee toleemen shaamil hone gayaa. isapar doosare kauvonne usakee hansee uda़aate hue kaha, "are moorkh too moraki pankh paakar ahankaaramen unmatt ho ham logon se ghrina karake aur gaaliyaan dete hue moronke dalamen shaamil hone gaya tha vahaanse apamaanit hokar ab too phir hamaaree toleemen milane aaya hai. too to vada hee neech aur nirlaj hai.
is prakaar usaka tiraskaar karate hue un logonne us moorkh kauveko bhaga diyaa.
manushy yadi doosaronkee nakalaka prayaas chhoda़kar apane guna-avagun jaanakar apanee avasthaase santusht rahe apanee maryaadaamen rahe to use kiseeke saamane apamaanit naheen hona pada़taa. jo apanonka apamaan karata hai use apanon aur paraaya dononse apamaanit hona pada़ta hai.

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