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बुद्धिमानीका परिचय  [Spiritual Story]
हिन्दी कहानी - प्रेरक कहानी (प्रेरक कहानी)

चीनके एक बादशाहके शासन कालमें प्रजाको अनेक प्रकारके कर देने पड़ते थे। बाहरसे आनेवाली वस्तुओंपर बड़ा शुल्क देना पड़ता था। बादशाहसे इस सम्बन्धमें शिकायत करनेका किसीने साहस नहीं किया। एक दिन बादशाह अपने सभा सदस्योंके साथ नगरके बाहर टहलने गया था। वह लौटनेवाला था कि आकाशमें काली-काली घटा घिर आयी। पानी बरसनेवाला ही था। बादशाहने प्रस्ताव किया कि हमलोगोंको यथाशीघ्र लौट चलना चाहिये।'डरनेकी कोई बात नहीं है। बादल नगरमें प्रवेश ही नहीं कर सकते।' एक बुद्धिमान् सभा सदस्यने अवसरका सदुपयोग किया।

बादशाहके कारण पूछनेपर उसने कहा कि 'उनपर अधिकाधिक कर लग जायगा और वे प्रवेश करनेमें असमर्थ हो जायँगे।'

बादशाहने उसके कथनका मर्म समझ लिया और उसकी बुद्धिमानीकी बड़ी प्रशंसा की। उसने प्रजापर लगाया हुआ आधा कर छोड़ दिया। रा0 श्री0



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buddhimaaneeka parichaya

cheenake ek baadashaahake shaasan kaalamen prajaako anek prakaarake kar dene pada़te the. baaharase aanevaalee vastuonpar baड़a shulk dena pada़ta thaa. baadashaahase is sambandhamen shikaayat karaneka kiseene saahas naheen kiyaa. ek din baadashaah apane sabha sadasyonke saath nagarake baahar tahalane gaya thaa. vah lautanevaala tha ki aakaashamen kaalee-kaalee ghata ghir aayee. paanee barasanevaala hee thaa. baadashaahane prastaav kiya ki hamalogonko yathaasheeghr laut chalana chaahiye.'daranekee koee baat naheen hai. baadal nagaramen pravesh hee naheen kar sakate.' ek buddhimaan sabha sadasyane avasaraka sadupayog kiyaa.

baadashaahake kaaran poochhanepar usane kaha ki 'unapar adhikaadhik kar lag jaayaga aur ve pravesh karanemen asamarth ho jaayange.'

baadashaahane usake kathanaka marm samajh liya aur usakee buddhimaaneekee bada़ee prashansa kee. usane prajaapar lagaaya hua aadha kar chhoda़ diyaa. raa0 shree0

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