⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

आर्यकन्याकी आराध्या  [प्रेरक कथा]
आध्यात्मिक कथा - Short Story (Hindi Story)

सृष्टिकी सम्पूर्ण पवित्रताकी साकार प्रतिमा निर्दिष्ट करना हो तो कोई भी बिना संकोचके किसी आर्यकुमारीका नाम ले सकता है। मृदुता, सरलता और पवित्रताका वह एकीभाव और उसकी भी आदर्शभूता श्रीजनकनन्दिनी मर्यादापुरुषोत्तमने अवतार धारण किया था धर्मकी मर्यादा स्थापित करनेके लिये । मानव-कर्तव्यके महान् आदर्शोंकी स्थापना करनी थी उन्हें उनकी पराशक्ति, उनसे नित्य अभिन्न श्रीमैथिली उनके इस महान् कार्यकी पूरिका बनीं। उन्होंने नारीके दिव्य आदर्शको मूर्त किया जगत्में ।

आर्यकन्या किसकी आराधना करे ? स्त्रीका उपास्य तो पति है या पति जिसकी आराधनाकी अनुमति दे वह; किंतु कुमारी यदि आराधना करनी चाहे, यदि उसे आराधनाकी आवश्यकता हो और आवश्यकता तो है ही; क्योंकि आराधनाहीन जीवन तो शास्त्रकी दृष्टिमें जीवन ही नहीं, फिर आकाङ्क्षा न हो ऐसा हृदय गिने-चुने ज्ञानियोंका ही तो हो सकता है, किसी बालिकाके मनमें आकाङ्क्षा हो तो वह किस देवताकी शरण ले ? इसका उत्तर सोचना नहीं पड़ता। आर्यकन्याकी आराध्या हँ भगवती उमा। हिंदू बालिका उन गौरीकीही उपासना करती है।

श्रीजनकनन्दिनी तो आयी ही थीं धरापर नारियोंका पथ-प्रदर्शन करने। बालिकाओंको मार्ग दिखाया उन्होंने । उनका गौरी-पूजन; किंतु गौरी-पूजन करने चली थीं वे कोई विशेष संकल्प लेकर नहीं । माताने आदेश दिया था पूजनका और सखियोंके साथ आकर उन्होंने पूजन किया।

'निज अनुरूप सुभग बर माँगा ।' परंतु पूजनका फल तत्काल प्रत्यक्ष हो गया। पुष्प वाटिकामें ही श्रीकौसल्यानन्दवर्धन रघुनाथजीके दर्शन हो गये। अपनी निधिको नेत्रोंने देखते ही पहचान लिया और आकाङ्क्षा उद्दीप्त हो उठी। आकाङ्क्षाकी पूर्तिके लिये भी शास्त्रीय मार्ग आराधना ही है और आर्यकन्या तो आराधना भी करेगी तो सतियोंकी आराध्या भगवती पार्वतीकी ही। अतः श्रीजनकनन्दिनी पुनः भगवतीके मन्दिरमें पधारीं । उन्होंने गणेश और स्वामिकार्तिककी जननी उन शम्भुप्रियासे प्रार्थना की। वे प्रार्थना करेंगी और देवी प्रसन्न नहीं होंगी

बिनय प्रेम बस भई भवानी।

खसी माल मूरति मुसुकानी ॥



You may also like these:

हिन्दी कहानी समताका भाव
हिन्दी कहानी रोगी कौन नहीं है
हिन्दी कहानी बलिप्रथा अधर्म है
हिन्दी कहानी ज्ञानपिपासु
हिन्दी कहानी ईश्वरका सच्चा भक्त
हिन्दी कहानी सभ्यता
हिन्दी कहानी संतकी एकान्तप्रियता


aaryakanyaakee aaraadhyaa

srishtikee sampoorn pavitrataakee saakaar pratima nirdisht karana ho to koee bhee bina sankochake kisee aaryakumaareeka naam le sakata hai. mriduta, saralata aur pavitrataaka vah ekeebhaav aur usakee bhee aadarshabhoota shreejanakanandinee maryaadaapurushottamane avataar dhaaran kiya tha dharmakee maryaada sthaapit karaneke liye . maanava-kartavyake mahaan aadarshonkee sthaapana karanee thee unhen unakee paraashakti, unase nity abhinn shreemaithilee unake is mahaan kaaryakee poorika baneen. unhonne naareeke divy aadarshako moort kiya jagatmen .

aaryakanya kisakee aaraadhana kare ? streeka upaasy to pati hai ya pati jisakee aaraadhanaakee anumati de vaha; kintu kumaaree yadi aaraadhana karanee chaahe, yadi use aaraadhanaakee aavashyakata ho aur aavashyakata to hai hee; kyonki aaraadhanaaheen jeevan to shaastrakee drishtimen jeevan hee naheen, phir aakaanksha n ho aisa hriday gine-chune jnaaniyonka hee to ho sakata hai, kisee baalikaake manamen aakaanksha ho to vah kis devataakee sharan le ? isaka uttar sochana naheen pada़taa. aaryakanyaakee aaraadhya han bhagavatee umaa. hindoo baalika un gaureekeehee upaasana karatee hai.

shreejanakanandinee to aayee hee theen dharaapar naariyonka patha-pradarshan karane. baalikaaonko maarg dikhaaya unhonne . unaka gauree-poojana; kintu gauree-poojan karane chalee theen ve koee vishesh sankalp lekar naheen . maataane aadesh diya tha poojanaka aur sakhiyonke saath aakar unhonne poojan kiyaa.

'nij anuroop subhag bar maanga .' parantu poojanaka phal tatkaal pratyaksh ho gayaa. pushp vaatikaamen hee shreekausalyaanandavardhan raghunaathajeeke darshan ho gaye. apanee nidhiko netronne dekhate hee pahachaan liya aur aakaanksha uddeept ho uthee. aakaankshaakee poortike liye bhee shaastreey maarg aaraadhana hee hai aur aaryakanya to aaraadhana bhee karegee to satiyonkee aaraadhya bhagavatee paarvateekee hee. atah shreejanakanandinee punah bhagavateeke mandiramen padhaareen . unhonne ganesh aur svaamikaartikakee jananee un shambhupriyaase praarthana kee. ve praarthana karengee aur devee prasann naheen hongee

binay prem bas bhaee bhavaanee.

khasee maal moorati musukaanee ..

64 Views





Bhajan Lyrics View All

आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को

New Bhajan Lyrics View All

नजरा ना लग जान, तेरे मेरे प्यार नू,
दुनिया तो रखाँगी लुका श्यामा,
कल्की अवतार लेके आएंगे मुरारी भगवा
करो तुम राज तिलक तैयारी भगवा फिर
तेरी झिलमिल करे चुनरिया राधे मन भावे,
मन भावे ओ राधे मन भावे,
वृन्दावन में हुकुम चले,
बरसाने वाली का,
चित्रकूट के वन जंगल में शबरी देखै बाट,
हे री कद आवैंगे मेरे राम...