⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

कृतज्ञता  [Spiritual Story]
Spiritual Story - Short Story (आध्यात्मिक कहानी)

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र अपनी असीम उदारताके कारण कंगाल हो चुके थे। एक समय ऐसा आया जब उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि आये हुए पत्रोंका उत्तर भेज सकें। जो पत्र आते थे उनका उत्तर लिखकर लिफाफे बंद करके भारतेन्दुजी मेजपर रख देते थे। उनपर टिकट लगानेको पैसे हों तो पत्र भेजे जायँ । पत्रोंकी एक ढेरी एकत्र हो गयी उनकी मेजपर। उनके एक मित्रने उन्हें पाँच रुपयेके टिकट लाकर दिये और तब वे पत्र डाकमें डाले गये। भारतेन्दुजीकी स्थिति कुछ ठीक हुई। अबजब वे मित्र मिलते थे, तभी भारतेन्दुजी बलपूर्वक पाँच रुपये उनकी जेबमें डाल देते और कहते 'आपको स्मरण नहीं, आपके पाँच रुपये मुझपर ऋण हैं।'

अन्तमें मित्रने एक दिन कहा -'मुझे अब आपसे मिलना बंद कर देना पड़ेगा।'

भारतेन्दु बाबूके नेत्र भर आये। वे बोले-'भाई! तुमने ऐसे समय मुझे पाँच रुपये दिये थे कि मैं जीवनभर प्रतिदिन तुम्हें अब पाँच रुपये देता रहूँ, तो भी तुम्हारे ऋणसे छूट नहीं सकता।'-सु0 सिं0



You may also like these:

बोध कथा आतिथ्यधर्म
आध्यात्मिक कथा कहानीके द्वारा वैराग्य
Shikshaprad Kahani क्षमा
Short Story चेतावनी
छोटी सी कहानी धन है धूलि समान
हिन्दी कथा नियम पालनका लाभ
हिन्दी कहानी भगवान् या उनका बल
प्रेरक कहानी मांस सस्ता या महँगा
आध्यात्मिक कहानी विचित्र दानी
बोध कथा सुकुमार वीर


kritajnataa

bhaaratendu harishchandr apanee aseem udaarataake kaaran kangaal ho chuke the. ek samay aisa aaya jab unake paas itane paise naheen the ki aaye hue patronka uttar bhej saken. jo patr aate the unaka uttar likhakar liphaaphe band karake bhaaratendujee mejapar rakh dete the. unapar tikat lagaaneko paise hon to patr bheje jaayan . patronkee ek dheree ekatr ho gayee unakee mejapara. unake ek mitrane unhen paanch rupayeke tikat laakar diye aur tab ve patr daakamen daale gaye. bhaaratendujeekee sthiti kuchh theek huee. abajab ve mitr milate the, tabhee bhaaratendujee balapoorvak paanch rupaye unakee jebamen daal dete aur kahate 'aapako smaran naheen, aapake paanch rupaye mujhapar rin hain.'

antamen mitrane ek din kaha -'mujhe ab aapase milana band kar dena pada़egaa.'

bhaaratendu baabooke netr bhar aaye. ve bole-'bhaaee! tumane aise samay mujhe paanch rupaye diye the ki main jeevanabhar pratidin tumhen ab paanch rupaye deta rahoon, to bhee tumhaare rinase chhoot naheen sakataa.'-su0 sin0

416 Views





Bhajan Lyrics View All

दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है

New Bhajan Lyrics View All

नदिया के तीरेतीरे आईला,
छठी मैया सेवक तोहार,
इस मन की भटकी हुए नाव को, आज किनारा मिल
राम मेरे मुझ पापी को भी तेरा सहारा मिल
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसे ओ भोले तेरे...
मेवानगर में पार्श्व प्रभु का द्वारा
ऐसा लगता जमी पे स्वर्ग उतारा है,
जोगी लम्मियाँ जटावां वाला, जंगला च