⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

सफलताके लिये श्रद्धाके साथ श्रम भी चाहिये  [प्रेरक कहानी]
Spiritual Story - Hindi Story (Shikshaprad Kahani)

एक ग्रामीण बैलगाड़ी लिये कहीं जा रहा था। एक नालेके कीचड़में उसकी गाड़ीके पहिये धँस गये। ग्रामीण बैलगाड़ीसे उतर पड़ा और पासकी भूमिपर बैठकर हनुमानचालीसा का पाठ करने लगा। वह एक पाठ करता और फिर प्रार्थना करता- 'हनुमान्जी ! मेरी गाड़ी कीचड़से निकाल दीजिये!' फिर पाठ करता और फिर प्रार्थना करता ।

ग्रामीणकी श्रद्धा सच्ची थी। उसका पाठ प्रार्थनाकाक्रम पर्याप्त समयतक चलता रहा । अन्तमें हनुमान्जीने दर्शन दिया उसे। वे बोले-'भले आदमी! देवता आलसी और निरुद्योगीकी सहायता नहीं किया करते। मैं इस प्रकार लोगोंके छकड़े निकाला करूँ तो संसारके लोग उद्योगहीन हो जायँ दैवी सहायता पानेके लिये श्रद्धाके साथ श्रम भी चाहिये। तू बैलोंको ललकार और कीचड़ में उतरकर पूरी शक्तिसे पहियोंको ठेल । तब मेरा बल तुझमें प्रवेश करके तेरी सहायता करेगा।' –सु0 सिं0



You may also like these:

हिन्दी कहानी विद्यालय और गुरु
आध्यात्मिक कथा पूर्वानुमानका महत्त्व
छोटी सी कहानी दान, दया और दमन
हिन्दी कहानी गिद्ध और कौवे
आध्यात्मिक कथा अपनेको बड़ा न समझें
छोटी सी कहानी सोनेका दान
Spiritual Story सहिष्णुता
हिन्दी कहानी सभ्यता


saphalataake liye shraddhaake saath shram bhee chaahiye

ek graameen bailagaada़ee liye kaheen ja raha thaa. ek naaleke keechada़men usakee gaada़eeke pahiye dhans gaye. graameen bailagaada़eese utar pada़a aur paasakee bhoomipar baithakar hanumaanachaaleesa ka paath karane lagaa. vah ek paath karata aur phir praarthana karataa- 'hanumaanjee ! meree gaada़ee keechada़se nikaal deejiye!' phir paath karata aur phir praarthana karata .

graameenakee shraddha sachchee thee. usaka paath praarthanaakaakram paryaapt samayatak chalata raha . antamen hanumaanjeene darshan diya use. ve bole-'bhale aadamee! devata aalasee aur nirudyogeekee sahaayata naheen kiya karate. main is prakaar logonke chhakada़e nikaala karoon to sansaarake log udyogaheen ho jaayan daivee sahaayata paaneke liye shraddhaake saath shram bhee chaahiye. too bailonko lalakaar aur keechada़ men utarakar pooree shaktise pahiyonko thel . tab mera bal tujhamen pravesh karake teree sahaayata karegaa.' –su0 sin0

118 Views





Bhajan Lyrics View All

आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया

New Bhajan Lyrics View All

फूलों को उनपर चढ़ाओ,
मेरी माँ को बुलाओ,
माँ रतनो दिया लाडलिया, हो,
मुड़ के घर छेती आ, ओ जोगिया,
सखी री बरसाने में आज,
लाडली प्यार लुटाती है,
खाटूवाला खड़ा हर पहर,
फिर क्यों भटके है तू दर बदर,
मैं जबजब दुनिया से हारा,
मेरा बन गया श्याम सहारा,