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परमात्मामें विश्वास  [प्रेरक कथा]
आध्यात्मिक कथा - Spiritual Story (Spiritual Story)

"वीर सैनिक! घूम जाओ, आगे बढ़नेपर प्राण चले जायँगे।' राजकन्याने घोड़ेके सवारको सावधान किया। वह सुन्दर से - सुन्दर वस्त्र पहने समुद्रतटपर किसीकी प्रतीक्षा कर रही थी।

'परमात्मामें विश्वास रखनेवाला, उनकी कृपापर निर्भर रहनेवाला किसीसे भी नहीं डरता, मृत्यु भी उसके सामने आनेमें संकोच करती है।' सैनिक आगे बढ़ आया; उसके हाथमें तलवार और भाला था। राजकन्या उसे देखकर आपादमस्तक सिहर उठी। पीछे कुछ दूरसे लोग जोर-जोरसे चिल्ला रहे थे; वेदल–दलवाली पहाड़ीपर बने नगरके प्राचीरपर खड़े होकर समुद्रकी ओर देख रहे थे।

'इस समुद्रमेंसे अभी कुछ ही क्षणोंमें एक काला नाग निकलनेवाला है। समुद्रकी नीली नीली तरङ्गका रंग काला होता जा रहा है। इस नागने अनेक बार हमारे नगरमें प्रवेश कर अनेक पशु-पक्षी और प्राणियोंका प्राणान्त कर डाला है। प्रत्येक वर्ष एक कुमारी इसकी पूजाके लिये इस स्थानपर उपस्थित होती है और नाग उसका भक्षण करता है। यदि नगरकी ओरसे उसे पूजा नहीं मिलती है तो वह नित्य नगरमें प्रवेश कर उत्पात करताहै।' राजकन्या शबराने अपनी उपस्थितिका कारण बताया। ' तुमलोग भगवान्‌को नहीं मानते हो इसीसे यह उत्पात हो रहा है। भगवद्भक्तोंका इन विषैले पदार्थोंसे कोई अमङ्गल नहीं हो सकता।' इंगलैंडकी राज कन्याका सैनिक जार्जने समाधान किया।

समुद्रकी उत्ताल तरङ्गे फेनिल हो उठीं और भयंकर नाग विष वमन करता हुआ समुद्रतटपर आ गया। उसके मुखसे विकराल ज्वाला निकल रही थी । नागने जार्जपर आक्रमण किया। जार्जने भाला चलाया, पर उसके हजार टुकड़े हो गये। वीर जार्ज शान्त चित्तसे भगवान्की प्रार्थना करने लगे। नागकी शक्ति कुण्ठितहो गयी। भगवान्‌के भक्तने उसे अपने वशमें कर लिया। शबरा और जार्ज नगरकी ओर बढ़ने लगे और नाग शान्तिसे उनके पीछे-पीछे चलने लगा। बाजारमें पहुँचते ही लोग नागको देखकर इधर-उधर भागने लगे।

'भाई ! डरनेकी बात ही नहीं है। परमात्माकी शक्तिमें विश्वास करो; परमात्माकी भक्ति प्रदान करनेके लिये ही मैंने नागको अपने पीछे-पीछे आनेकी प्रेरणा दी है ।' - जार्जने राजधानीके लोगोंमें परमात्माके प्रति विश्वास पैदा किया। वे ईश्वर-विश्वासीके सम्पर्कसे आस्तिक हो गये। संत जार्जके जीवनकी यह एक महान् घटना कही जाती है।

- रा0 श्री0



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paramaatmaamen vishvaasa

"veer sainika! ghoom jaao, aage baढ़nepar praan chale jaayange.' raajakanyaane ghoड़eke savaarako saavadhaan kiyaa. vah sundar se - sundar vastr pahane samudratatapar kiseekee prateeksha kar rahee thee.

'paramaatmaamen vishvaas rakhanevaala, unakee kripaapar nirbhar rahanevaala kiseese bhee naheen darata, mrityu bhee usake saamane aanemen sankoch karatee hai.' sainik aage badha़ aayaa; usake haathamen talavaar aur bhaala thaa. raajakanya use dekhakar aapaadamastak sihar uthee. peechhe kuchh doorase log jora-jorase chilla rahe the; vedala–dalavaalee pahaada़eepar bane nagarake praacheerapar khada़e hokar samudrakee or dekh rahe the.

'is samudramense abhee kuchh hee kshanonmen ek kaala naag nikalanevaala hai. samudrakee neelee neelee tarangaka rang kaala hota ja raha hai. is naagane anek baar hamaare nagaramen pravesh kar anek pashu-pakshee aur praaniyonka praanaant kar daala hai. pratyek varsh ek kumaaree isakee poojaake liye is sthaanapar upasthit hotee hai aur naag usaka bhakshan karata hai. yadi nagarakee orase use pooja naheen milatee hai to vah nity nagaramen pravesh kar utpaat karataahai.' raajakanya shabaraane apanee upasthitika kaaran bataayaa. ' tumalog bhagavaan‌ko naheen maanate ho iseese yah utpaat ho raha hai. bhagavadbhaktonka in vishaile padaarthonse koee amangal naheen ho sakataa.' ingalaindakee raaj kanyaaka sainik jaarjane samaadhaan kiyaa.

samudrakee uttaal tarange phenil ho utheen aur bhayankar naag vish vaman karata hua samudratatapar a gayaa. usake mukhase vikaraal jvaala nikal rahee thee . naagane jaarjapar aakraman kiyaa. jaarjane bhaala chalaaya, par usake hajaar tukada़e ho gaye. veer jaarj shaant chittase bhagavaankee praarthana karane lage. naagakee shakti kunthitaho gayee. bhagavaan‌ke bhaktane use apane vashamen kar liyaa. shabara aur jaarj nagarakee or badha़ne lage aur naag shaantise unake peechhe-peechhe chalane lagaa. baajaaramen pahunchate hee log naagako dekhakar idhara-udhar bhaagane lage.

'bhaaee ! daranekee baat hee naheen hai. paramaatmaakee shaktimen vishvaas karo; paramaatmaakee bhakti pradaan karaneke liye hee mainne naagako apane peechhe-peechhe aanekee prerana dee hai .' - jaarjane raajadhaaneeke logonmen paramaatmaake prati vishvaas paida kiyaa. ve eeshvara-vishvaaseeke samparkase aastik ho gaye. sant jaarjake jeevanakee yah ek mahaan ghatana kahee jaatee hai.

- raa0 shree0

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