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चोरीका त्याग  [Hindi Story]
शिक्षदायक कहानी - प्रेरक कहानी (आध्यात्मिक कथा)

लगभग सोलह सौ साल पहलेकी बात है। चीन देशके चांगनान राज्यमें इतिहासप्रसिद्ध फाहियानने जन्म लिया था; उसका बचपनका नाम कुंग था। उसके माता-पिताने उसको अपने ग्रामके बौद्ध विहारकी देख-रेखमें रख दिया था; उनकी तीन संतानें मर चुकीथीं इसलिये उन्होंने सोचा कि विहारको सौंप देनेसे कुंग जीवित रहेगा।

विहारमें रहनेवाले धर्माचरणके साथ-ही-साथ | जीविकाके लिये खेती भी करते थे। खेत विहारसे ही सम्बद्ध होते थे और वे अधिकांश विहारकी सीमामें हीथे। विहारमें रहनेवाले बालकोंके साथ दसवर्षीय कुंग भी कुछ-न-कुछ काम करता ही रहता था।

एक समय कुंग अपने समवयस्कोंके साथ धानका खेत काट रहा था। धान अच्छी तरह पक गये थे। देखनेमें बड़े सुन्दर लगते थे। खेतपर चोरोंकी कुदृष्टि पहले ही पड़ चुकी थी; वे फसल काटकर ले जानेका अवसर खोज ही रहे थे कि विहारकी ओरसे खेत कटना आरम्भ हो गया।

चोर बलपूर्वक खेतमें आ गये और बालकोंको खदेड़ दिया, पर कुंग नहीं गया। वह गम्भीर होकर कुछ सोचने लगा। चोरोंने विचार किया कि यह अकेला क्या कर लेगा। उन्होंने फसल काटकर अनेक बोझे बनाये और सिरपर लादकर चलनेवाले ही थे कि कुंगके सम्बोधनसे ठहर गये।

'भाइयो! आपलोगोंकी अवस्था आधीसे भी अधिक समाप्त हो गयी। आप क्यों इस प्रकारके पाप-कर्म करते। हैं? सच्चाईसे पैसा कमाकर जीवनका निर्वाह करनेसे स्वर्ग मिलता है; अगले जन्ममें सुख मिलता है। पापकमानेसे तो कहीं अच्छा भूखों मर जाना है।' कुंगने चेतावनी दी। चोरोंने बोझे पटक दिये और वे बालककी ओर देखने लगे।

'आपलोगोंने पहले जन्ममें अशुभ कर्म किये। दया, दान, पुण्य, परोपकार और सेवा आदिसे बहुत दूर रहे। अशुभ कर्मोंके परिणामस्वरूप इस जीवनमें आप दरिद्र पैदा हुए। मुझे आपलोगोंकी दशापर बड़ी दया आ रही है और साथ-ही-साथ यह सोचकर दुःख हो रहा है कि | आप अपना अगला जन्म भी दुःखमय बना रहे हैं; इस जन्ममें शुभ कर्म करनेकी बात तो दूर रही; आप चोरी करने लगे और इस कुकर्मके बदले आपको अगले | जन्ममें अनेक भीषण संकटोंका सामना करना पड़ेगा।' कुंग इतना कहकर विहारकी ओर चला गया, पर उसका मन व्यथित था ।

चोरोंके आगे जमीन घूमने लगी। उनके नेत्रोंमें अँधेरा छा गया। वे कुंगके सत्य कथनसे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने सदाके लिये चोरी छोड़ दी। - रा0 श्री0



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choreeka tyaaga

lagabhag solah sau saal pahalekee baat hai. cheen deshake chaanganaan raajyamen itihaasaprasiddh phaahiyaanane janm liya thaa; usaka bachapanaka naam kung thaa. usake maataa-pitaane usako apane graamake bauddh vihaarakee dekha-rekhamen rakh diya thaa; unakee teen santaanen mar chukeetheen isaliye unhonne socha ki vihaarako saunp denese kung jeevit rahegaa.

vihaaramen rahanevaale dharmaacharanake saatha-hee-saath | jeevikaake liye khetee bhee karate the. khet vihaarase hee sambaddh hote the aur ve adhikaansh vihaarakee seemaamen heethe. vihaaramen rahanevaale baalakonke saath dasavarsheey kung bhee kuchha-na-kuchh kaam karata hee rahata thaa.

ek samay kung apane samavayaskonke saath dhaanaka khet kaat raha thaa. dhaan achchhee tarah pak gaye the. dekhanemen bada़e sundar lagate the. khetapar choronkee kudrishti pahale hee pada़ chukee thee; ve phasal kaatakar le jaaneka avasar khoj hee rahe the ki vihaarakee orase khet katana aarambh ho gayaa.

chor balapoorvak khetamen a gaye aur baalakonko khadeda़ diya, par kung naheen gayaa. vah gambheer hokar kuchh sochane lagaa. choronne vichaar kiya ki yah akela kya kar legaa. unhonne phasal kaatakar anek bojhe banaaye aur sirapar laadakar chalanevaale hee the ki kungake sambodhanase thahar gaye.

'bhaaiyo! aapalogonkee avastha aadheese bhee adhik samaapt ho gayee. aap kyon is prakaarake paapa-karm karate. hain? sachchaaeese paisa kamaakar jeevanaka nirvaah karanese svarg milata hai; agale janmamen sukh milata hai. paapakamaanese to kaheen achchha bhookhon mar jaana hai.' kungane chetaavanee dee. choronne bojhe patak diye aur ve baalakakee or dekhane lage.

'aapalogonne pahale janmamen ashubh karm kiye. daya, daan, puny, paropakaar aur seva aadise bahut door rahe. ashubh karmonke parinaamasvaroop is jeevanamen aap daridr paida hue. mujhe aapalogonkee dashaapar bada़ee daya a rahee hai aur saatha-hee-saath yah sochakar duhkh ho raha hai ki | aap apana agala janm bhee duhkhamay bana rahe hain; is janmamen shubh karm karanekee baat to door rahee; aap choree karane lage aur is kukarmake badale aapako agale | janmamen anek bheeshan sankatonka saamana karana pada़egaa.' kung itana kahakar vihaarakee or chala gaya, par usaka man vyathit tha .

choronke aage jameen ghoomane lagee. unake netronmen andhera chha gayaa. ve kungake saty kathanase itane prabhaavit hue ki unhonne sadaake liye choree chhoda़ dee. - raa0 shree0

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