⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

पैसा आपका है, लेकिन संसाधन समाजके हैं!  [आध्यात्मिक कहानी]
बोध कथा - प्रेरक कहानी (हिन्दी कहानी)

पैसा आपका है, लेकिन संसाधन समाजके हैं!

जर्मनी एक उन्नत औद्योगिक देश है। बहुत-से लोग सोचेंगे कि वहाँके लोग बड़े ऐशोआरामकी जिन्दगी जीते होंगे।
जब हम हैम्बर्ग पहुँचे, मेरे साथीगण एक रेस्टोरेंटमें घुस गये, हमने देखा कि बहुत-से टेबल खाली थे। वहाँ एक टेबल था, जहाँ एक यंग कपल खाना खा रहा था। टेबलपर बस दो साधारण डिशेज थीं। मैं सोच रहा था कि क्या ऐसा सिंपल खाना रोमांटिक हो सकता है और क्या वह लड़की इस कंजूस लड़केको छोड़ नहीं देगी।
एक दूसरी टेबलपर कुछ बूढ़ी औरतें भी थीं। जब कोई डिश सर्व की जाती तो वेटर सभी प्लेटमें खाना निकाल देता और वे औरतें प्लेटमें मौजूद खानेको पूरी तरहसे खत्म कर देतीं।
चूँकि हम भूखे थे तो हमारे लोकल कलीगने हमारे लिये काफी कुछ आर्डर कर दिया। जब हमने खाना खत्म किया तो भी लगभग एक तिहाई खाना टेबलपर बचा हुआ था।
जब हम रेस्टोरेंट से निकल रहे थे, तो उन बूढ़ी
औरतोंने हमसे अंग्रेजीमें बात की, हम समझ गये कि वे हमारे इतना अधिक खाना वेस्ट करनेसे नाराज थीं।
'हमने अपने खानेके पैसे चुका दिये हैं, हम कितना खाना छोड़ते हैं, इससे आपका कोई लेना देना नहीं है।' मेरा कलीग उन बूढ़ी औरतोंसे बोला । वे औरतें बहुत गुस्सेमें आ गर्यो। उनमेंसे एकने तुरंत अपना फोन निकाला और किसीको कॉल की। कुछ देर बाद सोशल सेक्यूरिटी आर्गनाइजेशनका एक ऑफीसर अपनी यूनिफॉर्ममें पहुँचा। मामला समझने के बाद उसने हमारे ऊपर 50 यूरोका जुर्माना लगा दिया। हम चुप थे।
ऑफीसर हमसे कठोर आवाजमें बोला, 'उतना ही मँगाया करिये, जितनेका आप उपयोग कर सकें, पैसा आपका है, लेकिन संसाधन समाजके हैं। दुनियामें ऐसे बहुत-से लोग हैं, जो संसाधनोंकी कमीका सामना कर रहे हैं। अतः आपके पास संसाधनोंको बर्बाद करनेका कोई हक नहीं है।'



You may also like these:

हिन्दी कथा सद्गुरुकी सीख
हिन्दी कथा जरूरतमन्दकी मदद
हिन्दी कथा सद्व्यवहार


paisa aapaka hai, lekin sansaadhan samaajake hain!

paisa aapaka hai, lekin sansaadhan samaajake hain!

jarmanee ek unnat audyogik desh hai. bahuta-se log sochenge ki vahaanke log bada़e aishoaaraamakee jindagee jeete honge.
jab ham haimbarg pahunche, mere saatheegan ek restorentamen ghus gaye, hamane dekha ki bahuta-se tebal khaalee the. vahaan ek tebal tha, jahaan ek yang kapal khaana kha raha thaa. tebalapar bas do saadhaaran dishej theen. main soch raha tha ki kya aisa sinpal khaana romaantik ho sakata hai aur kya vah lada़kee is kanjoos lada़keko chhoda़ naheen degee.
ek doosaree tebalapar kuchh boodha़ee auraten bhee theen. jab koee dish sarv kee jaatee to vetar sabhee pletamen khaana nikaal deta aur ve auraten pletamen maujood khaaneko pooree tarahase khatm kar deteen.
choonki ham bhookhe the to hamaare lokal kaleegane hamaare liye kaaphee kuchh aardar kar diyaa. jab hamane khaana khatm kiya to bhee lagabhag ek tihaaee khaana tebalapar bacha hua thaa.
jab ham restorent se nikal rahe the, to un boodha़ee
auratonne hamase angrejeemen baat kee, ham samajh gaye ki ve hamaare itana adhik khaana vest karanese naaraaj theen.
'hamane apane khaaneke paise chuka diye hain, ham kitana khaana chhoda़te hain, isase aapaka koee lena dena naheen hai.' mera kaleeg un boodha़ee auratonse bola . ve auraten bahut gussemen a garyo. unamense ekane turant apana phon nikaala aur kiseeko kaॉl kee. kuchh der baad soshal sekyooritee aarganaaijeshanaka ek ऑpheesar apanee yooniphaॉrmamen pahunchaa. maamala samajhane ke baad usane hamaare oopar 50 yooroka jurmaana laga diyaa. ham chup the.
ऑpheesar hamase kathor aavaajamen bola, 'utana hee mangaaya kariye, jitaneka aap upayog kar saken, paisa aapaka hai, lekin sansaadhan samaajake hain. duniyaamen aise bahuta-se log hain, jo sansaadhanonkee kameeka saamana kar rahe hain. atah aapake paas sansaadhanonko barbaad karaneka koee hak naheen hai.'

81 Views





Bhajan Lyrics View All

राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना

New Bhajan Lyrics View All

खाटू वाले मगन रहूं मैं,
भक्ति के भाव भजन में,
लगालो अपने चरणों से,
श्री रघुवर कौशिला नंदन,
मैनु आनंदपुर जाना है जरूर मेरे मालका,
तेरा दर्शन पाना है जरुर मेरे मालका॥
जो भी मांगो मिलेगा तुमको ऐसा ये दरबार
मेरा खाटू वाला श्याम बड़ा ही दिलदार
मंदिर मंदिर में विराजे भोलेनाथ,
चढ़ा लो लोटा जल भर के...