⮪ All भगवान की कृपा Experiences

गणेशभगवान्‌की कृपानुभूति

मैं एक सरकारी तेल-उपक्रमसे सेवानिवृत्त होकर बड़ोदरा में शान्तिपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहा हूँ। मुझे भगवान्‌की कृपाका अनुभव कई बार हुआ है। श्रीगणेश भगवान्‌की कृपाका दो बारका अनुभव लिख रहा हूँ।

१२ वर्षकी अवस्थामें एक बार मैं गम्भीर रूपसे बीमार पड़ा। मुझे टाइफाइड बुखार हो गया था। लगभग एक महीनेतक बिस्तरपर पड़े रहनेसे मैं काफी परेशान हो गया था। मेरे सामने दीवारपर गणेश भगवान्‌का कैलेण्डर लगा हुआ था। मैं बचपनसे ही धार्मिक प्रवृत्तिका हूँ। एक दिन मैं जब अपनी तबीयतसे बहुत परेशान हो गया, तब मैंने गणेशभगवान्से प्रार्थना की कि या तो मुझे जीवनसे मुक्त कर दें या फिर स्वस्थ कर दें।

सच्चे मनसे की गयी प्रार्थनाको भगवान्ने स्वीकार कर लिया। दूसरे दिन अकस्मात् एक घटना घटी। किसी बन्दरने लगभग छः इंचकी सिन्दूर लगी हुई गणेश भगवान्की एक पीतलकी प्रतिमा घरकी छतपर गिरा दी। माँ और दादी कह रही थीं कि यह प्रतिमा किसी मन्दिरकी हो सकती है, पता करके वापस कर देंगे।

मैंने अनुनय-विनयसे सभीको मना लिया कि इस प्रतिमाकी पूजा मैं करूँगा। आप लोग वापस न करें।
उसी दिनसे धीरे-धीरे मैं स्वस्थ होने लगा।

मैं प्रतिदिन गणेश भगवान्की प्रतिमाकी पूजा करने लगा। छात्रावासमें रहनेके दौरान और नौकरीके आरम्भिक कुछ वर्ष टेंटमें रहनेके कारण इस प्रतिमाकी पूजासे वंचित रहा। हमारे पूजाघरमें आज भी वह प्रतिमा विराजमान है।

अपने मुम्बई प्रवासके समय १९९९के जुलाई माहमें हमलोग सपरिवार कारसे लेण्याद्रि और ओझर क्षेत्रमें स्थित गणपतिभगवान् के दर्शनके लिये गये। उस समय हमलोग गोरेगाँवमें रहते थे। हमलोगोंने सुबह ६ बजे अपनी यात्रा शुरू की लेण्याद्रिमें भगवान् गणेशके दर्शन करनेके पश्चात् ओझर गये ओझरमें गणेश भगवान्की पूजा-अर्चनाके बाद दोपहरका भोजन किया। लगभग दो बज रहे थे। फिर हमलोग वापसीके लिये निकले। सब कुछ समयसे चल रहा था।

हमलोग लौटते समय भिवंडी-घोडबंदरके रास्तेसे आ रहे थे। भिवंडी लगभग ५ बजे पहुँचे, वहाँ जानेपर पता चला कि आगे बहुत बड़ा जाम लगा है। मैं सोच रहा था कि क्या करूँ, इतनेमें एक काले रंगकी अम्बेस्डर कार मेरे पीछे आकर रुकी। कारमें दो लोग बैठे हुए थे। कारचालक अपनी कारको मोड़ने लगा, साथ बैठे हुए व्यक्तिने हाथसे इशारा करते हुए, अपने पीछे आनेके लिये कहा। मैं एक आज्ञाकारीकी भाँति उनके पीछे-पीछे चलने लगा। हलकी बारिश हो रही थी, रास्ता सँकरा था। कहीं-कहीं पानी भी भरा था, कुछ दूरीतक पाइपोंपर टायर सँभालकर चलाता रहा। मन अज्ञात भयसे व्याकुल हो रहा था। हम लोग भगवान् प्रार्थना करने लगे कि सकुशल घर पहुँच जायें।

कुछ दूर चलनेके पश्चात् जंगलका टोल नाका आया। उन्हीं लोगोंने अपनी कार और हमारी कारका भी टोल टैक्स भुगतान किया। वे लोग हमसे लगभग १०० मीटर ही आगे चल रहे थे, बीचमें कोई अन्य कार नहीं थी। आगे मुख्य रास्ता आते ही वह कार अदृश्य हो गयी। बहुत कोशिश करनेपर भी वह कार दिखायी नहीं पड़ी। हम लोग अपनी कृतज्ञता भी नहीं व्यक्त कर सके। मेरा विश्वास है कि गणेशभगवान् ही पथ-प्रदर्शक बनकर आये थे हम लोग घर पहुँचकर रोमांचित होकर भगवान्‌को कृपाकी बातें करते रहे। दूसरे दिन समाचार पत्रसे पता चला कि वहाँपर ६-७ घंटेतकका जाम लगा था।



You may also like these:

Real Life Experience प्रभु दर्शन
Real Life Experience साधु-दम्पती


ganeshabhagavaan‌kee kripaanubhooti

main ek sarakaaree tela-upakramase sevaanivritt hokar bada़odara men shaantipoorvak jeevan vyateet kar raha hoon. mujhe bhagavaan‌kee kripaaka anubhav kaee baar hua hai. shreeganesh bhagavaan‌kee kripaaka do baaraka anubhav likh raha hoon.

12 varshakee avasthaamen ek baar main gambheer roopase beemaar pada़aa. mujhe taaiphaaid bukhaar ho gaya thaa. lagabhag ek maheenetak bistarapar pada़e rahanese main kaaphee pareshaan ho gaya thaa. mere saamane deevaarapar ganesh bhagavaan‌ka kailendar laga hua thaa. main bachapanase hee dhaarmik pravrittika hoon. ek din main jab apanee tabeeyatase bahut pareshaan ho gaya, tab mainne ganeshabhagavaanse praarthana kee ki ya to mujhe jeevanase mukt kar den ya phir svasth kar den.

sachche manase kee gayee praarthanaako bhagavaanne sveekaar kar liyaa. doosare din akasmaat ek ghatana ghatee. kisee bandarane lagabhag chhah inchakee sindoor lagee huee ganesh bhagavaankee ek peetalakee pratima gharakee chhatapar gira dee. maan aur daadee kah rahee theen ki yah pratima kisee mandirakee ho sakatee hai, pata karake vaapas kar denge.

mainne anunaya-vinayase sabheeko mana liya ki is pratimaakee pooja main karoongaa. aap log vaapas n karen.
usee dinase dheere-dheere main svasth hone lagaa.

main pratidin ganesh bhagavaankee pratimaakee pooja karane lagaa. chhaatraavaasamen rahaneke dauraan aur naukareeke aarambhik kuchh varsh tentamen rahaneke kaaran is pratimaakee poojaase vanchit rahaa. hamaare poojaagharamen aaj bhee vah pratima viraajamaan hai.

apane mumbaee pravaasake samay 1999ke julaaee maahamen hamalog saparivaar kaarase lenyaadri aur ojhar kshetramen sthit ganapatibhagavaan ke darshanake liye gaye. us samay hamalog goregaanvamen rahate the. hamalogonne subah 6 baje apanee yaatra shuroo kee lenyaadrimen bhagavaan ganeshake darshan karaneke pashchaat ojhar gaye ojharamen ganesh bhagavaankee poojaa-archanaake baad dopaharaka bhojan kiyaa. lagabhag do baj rahe the. phir hamalog vaapaseeke liye nikale. sab kuchh samayase chal raha thaa.

hamalog lautate samay bhivandee-ghodabandarake raastese a rahe the. bhivandee lagabhag 5 baje pahunche, vahaan jaanepar pata chala ki aage bahut bada़a jaam laga hai. main soch raha tha ki kya karoon, itanemen ek kaale rangakee ambesdar kaar mere peechhe aakar rukee. kaaramen do log baithe hue the. kaarachaalak apanee kaarako moda़ne laga, saath baithe hue vyaktine haathase ishaara karate hue, apane peechhe aaneke liye kahaa. main ek aajnaakaareekee bhaanti unake peechhe-peechhe chalane lagaa. halakee baarish ho rahee thee, raasta sankara thaa. kaheen-kaheen paanee bhee bhara tha, kuchh dooreetak paaiponpar taayar sanbhaalakar chalaata rahaa. man ajnaat bhayase vyaakul ho raha thaa. ham log bhagavaan praarthana karane lage ki sakushal ghar pahunch jaayen.

kuchh door chalaneke pashchaat jangalaka tol naaka aayaa. unheen logonne apanee kaar aur hamaaree kaaraka bhee tol taiks bhugataan kiyaa. ve log hamase lagabhag 100 meetar hee aage chal rahe the, beechamen koee any kaar naheen thee. aage mukhy raasta aate hee vah kaar adrishy ho gayee. bahut koshish karanepar bhee vah kaar dikhaayee naheen pada़ee. ham log apanee kritajnata bhee naheen vyakt kar sake. mera vishvaas hai ki ganeshabhagavaan hee patha-pradarshak banakar aaye the ham log ghar pahunchakar romaanchit hokar bhagavaan‌ko kripaakee baaten karate rahe. doosare din samaachaar patrase pata chala ki vahaanpar 6-7 ghantetakaka jaam laga thaa.

81 Views





Bhajan Lyrics View All

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार

New Bhajan Lyrics View All

आया आया जन्मदिन आज जी,
आया आया बसंत दा त्योहार जी,
जय शिव आदियोगी नाथ,
रख दो सिर पर दया का हाथ,
आप हो बेकसो दुखियो का सहारा कान्हा,
मुझपे भी एक नजर कर दो मेरे प्यारे
अद्भुत हैं खाटू श्याम,
हारे का सहारा बन जाते,
गिरधर तेरे चरणों में हर सांस गुज़र
जिस सांस तुझे भूलूँ वो सांस ठहर जाए,