⮪ All भगवान की कृपा Experiences

'रात्रिसूक्त' का चमत्कार

मेरे घरमें स्टीलका बड़े मुँहका एक लोटा था, जो दूध रखनेके काम आता था। एक दिन वह खाली रखा था, तभी दूधके लालचमें एक बिल्लीने अपना मुँह उसमें डाल दिया और वह लोटेके मुँहमें जा अटका। पूरे चौकमें इधर-उधर घूमकर लोटेको गिराकर बिल्ली अपना मुँह बाहर निकालनेका असफल प्रयत्न करती रही। हमलोग उसको बचानेका उपाय सोचने लगे। मेरी पत्नीने लोटा पकड़कर खींचनेका प्रयत्न किया तो बिल्लीने अपने पंजोंसे उसके हाथोंपर प्रहार किया। मैंने सोचा कि इसको जोरसे खींचा गया तो कदाचित् इसका मुँह लोटेसे टूट सकता है। इस अनिष्टकी आशंकासे मैं भयभीत भी हो गया।

इधर बिल्लीका दम घुटने लगा और वह हताश होकर गिर गयी। मैंने सोचा कि घरका मुख्य दरवाजा खोल दें, परंतु मेरी पत्नीने मना किया और कहा कि 'इसका मुँह अन्दर होनेसे दिखायी नहीं देता है और अधिक प्रयत्नके कारण यह बिलकुल थक गयी है। कदाचित् बाहर निकलते ही इसको कुत्ते मार दें।' मैंनेउसकी नेक सलाहको मन-ही-मन स्वीकार किया और चुप रहा।

अब ऐसा लगा कि बिल्ली बिलकुल कुछ क्षणके लिये ही शेष है। हमने निरुपाय होकर मोहल्लेमें आवाज दी। एक सज्जन आये। उन्होंने कहा कि अब तो यह कुछ मिनटोंमें मर जायगी।

अब हम लोगोंकी ही मानसिक हालत खराब होने लगी। मैंने द्रवीभूत होकर पराम्बाकी 'रात्रिसूक्त' से प्रार्थना की तो तत्काल वह बिल्ली उठकर नीचे चौकमें जो पानीके मटके पड़े थे, उनके पास गयी और उनके बीचमें फँसकर न जाने कैसे स्वयं लोटेमेंसे मुँह निकालकर भाग गयी, मानो साक्षात् पराम्बाने ही अपने समीप बुलाकर उस बिल्लीका संकट-हरण करके उसे जीवनदान दिया हो

हमने इस अद्भुत घटनाको देखकर भगवतीको करबद्ध होकर विनीत भावसे नमस्कार किया और उन जगन्माताकी करुणाका अभिनन्दन करने लगे।

[ पं० श्रीराधावल्लभजी शर्मा ]



You may also like these:



'raatrisookta' ka chamatkaara

mere gharamen steelaka bada़e munhaka ek lota tha, jo doodh rakhaneke kaam aata thaa. ek din vah khaalee rakha tha, tabhee doodhake laalachamen ek billeene apana munh usamen daal diya aur vah loteke munhamen ja atakaa. poore chaukamen idhara-udhar ghoomakar loteko giraakar billee apana munh baahar nikaalaneka asaphal prayatn karatee rahee. hamalog usako bachaaneka upaay sochane lage. meree patneene lota pakada़kar kheenchaneka prayatn kiya to billeene apane panjonse usake haathonpar prahaar kiyaa. mainne socha ki isako jorase kheencha gaya to kadaachit isaka munh lotese toot sakata hai. is anishtakee aashankaase main bhayabheet bhee ho gayaa.

idhar billeeka dam ghutane laga aur vah hataash hokar gir gayee. mainne socha ki gharaka mukhy daravaaja khol den, parantu meree patneene mana kiya aur kaha ki 'isaka munh andar honese dikhaayee naheen deta hai aur adhik prayatnake kaaran yah bilakul thak gayee hai. kadaachit baahar nikalate hee isako kutte maar den.' mainneusakee nek salaahako mana-hee-man sveekaar kiya aur chup rahaa.

ab aisa laga ki billee bilakul kuchh kshanake liye hee shesh hai. hamane nirupaay hokar mohallemen aavaaj dee. ek sajjan aaye. unhonne kaha ki ab to yah kuchh minatonmen mar jaayagee.

ab ham logonkee hee maanasik haalat kharaab hone lagee. mainne draveebhoot hokar paraambaakee 'raatrisookta' se praarthana kee to tatkaal vah billee uthakar neeche chaukamen jo paaneeke matake pada़e the, unake paas gayee aur unake beechamen phansakar n jaane kaise svayan lotemense munh nikaalakar bhaag gayee, maano saakshaat paraambaane hee apane sameep bulaakar us billeeka sankata-haran karake use jeevanadaan diya ho

hamane is adbhut ghatanaako dekhakar bhagavateeko karabaddh hokar vineet bhaavase namaskaar kiya aur un jaganmaataakee karunaaka abhinandan karane lage.

[ pan0 shreeraadhaavallabhajee sharma ]

112 Views





Bhajan Lyrics View All

ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से

New Bhajan Lyrics View All

झूम झूम के आईं झूम झूम के,
सिंघ बैठी आई मोरी मैया,
मिश्री से मीठों नाम,
हमारी राधा रानी को,
चारे पासे रंग बरसावे, प्रभु जी तेरे
वखरा सरूर चढ़ावे प्रभु जी तेरे नाम
प्रभु राम का सुमिरन कर,
हर दुःख मिट जाएगा,
झूला पड़ो री कदम की डाली झूल रही राधा
राधा रानी बरसाने वाली,