⮪ All भगवान की कृपा Experiences

गंगामैयाका नैवेद्य-ग्रहण

हमारी माँका देहान्त २८ अप्रैल २०२१ को कोरोना महामारीके कारण हुआ। कोरोना ज्यादा बढ़नेके कारण अस्थिविसर्जनके लिये हरिद्वार न जानेकी सलाह अनेक लोगोंने दी। हमारी इच्छा हरिद्वार जानेकी थी, लेकिन हरिद्वारमें लॉकडाउन चल रहा था। और वह बढ़ता ही जा रहा था। आखिरकार ११ जुलाईको R.T.P.C.R. कराके १२ जुलाईको हम हरिद्वारके लिये निकले।

गंगामैयाके लिये छप्पन भोग साथ ले जाना तय हुआ। सुनहरे गोटेवाली तेरह सफेद साड़ियाँ एक-को एक जोड़कर मैयाके लिये तैयार कीं। तेरह जुलाईको हमने बिरला घाटपर अस्थिविसर्जन किया।

दूसरे दिन हमने स्नानके बाद पूजा सामग्री इकट्ठा की। कल्याणके २०१६ के गंगा-अंकमें लिखी हुई गंगापूजनकी विधिके अनुसार गंगामैयाका शास्त्रोक्त पूजन प्रारम्भ किया। ध्यान, आवाहन, आसन, प्रतिष्ठा, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, पंचामृत स्नान, अभ्यंग, अंगोद्वर्तन, शुद्धोदक स्नान, वस्त्र, आभरण, कण्ठसूत्र, गन्ध, पुष्प, अंगपूजा, आवरणपूजा, धूप, दीप करते करते पूजा नैवेद्यतक आ पहुँची। गंगाजीको भोग अर्पित करनेके लिये बिरलाघाटकी दूसरी सीढ़ी जलसे धोडाली। तब गंगाजी चार सीढ़ी नीचे बह रही थीं। द्रोणमें छप्पन भोग रखे। हम अकोलासे छप्पन तुलसीदल ले गये थे, लेकिन उन्हें कमरेमें ही भूल आये तो हमारी भाभी विरला घाटके वाजूमें स्थित गंगामन्दिरसे तुलसीदल ले आयीं। तुलसीदल रखा गया। नैवेद्य निवेदित करनेके लिये हाथमें गंगाजल लिया और नैवेद्यं समर्पयामि बोलनेके बाद बस दस सेकेण्ड बीते होंगे कि जलस्तर एकाएक बढ़ गया, एक द्रोण चला भी गया। फिर सीढ़ियोंपर रखे हुए द्रोण अपने-आप जलमें तैरते हुए गंगाजीमें समाने लगे ।

गंगामैयाकी असीम कृपा देखकर हमारी आँखें धन्य हो गयीं। देखते-ही-देखते पूरा प्रसाद गंगामैयाने ले लिया। सीढ़ी गंगाजीमें डूब गयी। बादमें भागीरथी सेतुके पास हरिकी पौड़ीमें गंगामैयाको तेरह साड़ियाँ चढ़ाके किनारेपर मिले भक्तोंमें हमने बाँट दीं।

माँ गंगाने साक्षात् पूजन स्वीकार करते हुए अपने आप छप्पन भोग ग्रहण किये, यह देखकर हमारी आँखें आनन्दाश्रुओंसे भर गयीं। जय हो गंगामैयाकी!

गंग सकल मुद मंगल मूला। सब सुख करनि हरनि सब सूला।

[ प्रो० शैलजा विजयजी अंधारे ]



You may also like these:

Real Life Experience साधु-दम्पती


gangaamaiyaaka naivedya-grahana

hamaaree maanka dehaant 28 aprail 2021 ko korona mahaamaareeke kaaran huaa. korona jyaada badha़neke kaaran asthivisarjanake liye haridvaar n jaanekee salaah anek logonne dee. hamaaree ichchha haridvaar jaanekee thee, lekin haridvaaramen laॉkadaaun chal raha thaa. aur vah badha़ta hee ja raha thaa. aakhirakaar 11 julaaeeko R.T.P.C.R. karaake 12 julaaeeko ham haridvaarake liye nikale.

gangaamaiyaake liye chhappan bhog saath le jaana tay huaa. sunahare gotevaalee terah saphed saada़iyaan eka-ko ek joda़kar maiyaake liye taiyaar keen. terah julaaeeko hamane birala ghaatapar asthivisarjan kiyaa.

doosare din hamane snaanake baad pooja saamagree ikattha kee. kalyaanake 2016 ke gangaa-ankamen likhee huee gangaapoojanakee vidhike anusaar gangaamaiyaaka shaastrokt poojan praarambh kiyaa. dhyaan, aavaahan, aasan, pratishtha, paady, arghy, aachaman, snaan, panchaamrit snaan, abhyang, angodvartan, shuddhodak snaan, vastr, aabharan, kanthasootr, gandh, pushp, angapooja, aavaranapooja, dhoop, deep karate karate pooja naivedyatak a pahunchee. gangaajeeko bhog arpit karaneke liye biralaaghaatakee doosaree seedha़ee jalase dhodaalee. tab gangaajee chaar seedha़ee neeche bah rahee theen. dronamen chhappan bhog rakhe. ham akolaase chhappan tulaseedal le gaye the, lekin unhen kamaremen hee bhool aaye to hamaaree bhaabhee virala ghaatake vaajoomen sthit gangaamandirase tulaseedal le aayeen. tulaseedal rakha gayaa. naivedy nivedit karaneke liye haathamen gangaajal liya aur naivedyan samarpayaami bolaneke baad bas das sekend beete honge ki jalastar ekaaek badha़ gaya, ek dron chala bhee gayaa. phir seedha़iyonpar rakhe hue dron apane-aap jalamen tairate hue gangaajeemen samaane lage .

gangaamaiyaakee aseem kripa dekhakar hamaaree aankhen dhany ho gayeen. dekhate-hee-dekhate poora prasaad gangaamaiyaane le liyaa. seedha़ee gangaajeemen doob gayee. baadamen bhaageerathee setuke paas harikee pauda़eemen gangaamaiyaako terah saada़iyaan chadha़aake kinaarepar mile bhaktonmen hamane baant deen.

maan gangaane saakshaat poojan sveekaar karate hue apane aap chhappan bhog grahan kiye, yah dekhakar hamaaree aankhen aanandaashruonse bhar gayeen. jay ho gangaamaiyaakee!

gang sakal mud mangal moolaa. sab sukh karani harani sab soolaa.

[ pro0 shailaja vijayajee andhaare ]

130 Views





Bhajan Lyrics View All

जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना

New Bhajan Lyrics View All

ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊ
सब अंधकार मिटा दे मैया, दरस तेरा कर
तेरा आद गणेश मनायो माँ,
अम्बे नी जगदम्बे माँ,
यह लहरी दार चुनरी सर पर मां ओढ़ के,
मेरे घर आई मैया पर्वत को छोड़के...
ओ बाबा खाटू वाले,
मुझको तू दर पे बुला ले,
झूम के गाओ भक्तों ये फागण रोज़ रोज़
रोज़ रोज़ नहीं आना फागण रोज़ रोज़ नहीं