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श्रीचित्रकूटके मौनी बाबा की मार्मिक कथा
श्रीचित्रकूटके मौनी बाबा की अधबुत कहानी - Full Story of श्रीचित्रकूटके मौनी बाबा (हिन्दी)

[भक्त चरित्र -भक्त कथा/कहानी - Full Story] [श्रीचित्रकूटके मौनी बाबा]- भक्तमाल


श्रीमौनी बाबा चित्रकूटके प्रसिद्ध भक्त थे। ये श्री 108 स्वामी श्रीलक्ष्मणदासजीके शिष्य थे। इन्होंने अवधूत वृत्तिमें जीवन व्यतीत किया। एक ही वृत्ति सदा रही। किसीसे कभी याचना नहीं की। इनके गुरुजी सिद्धावस्था के योगी थे। खड़ाऊ पहनकर बड़ी हुई मन्दाकिनीमें उस पार जाया करते थे। इन्होंने एक ही स्थानमें रहकर अपना पूर्ण जीवन व्यतीत किया।एकान्तमें रात्रिके समय जब-तब कुछ गा पड़ते थे 'मुड़ेहीकी मुरलिया बाज रही' यही उनका प्रिय पद था। लगभग नब्बे वर्षको अवस्थामें कार्तिक मास सन् 42 या 43 में शरीर त्यागकर स्वर्गको पधारे। लेखक शरीरत्यागके समय उन्होंके समीप था। उनकी समाधि चित्रकूटमें मन्दाकिनीतटपर बनी है। भक्तलोग दीपमालिका आदि पर्वोंमें उसका पूजन किया करते हैं।



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[Bhakt Charitra - Bhakt Katha/Kahani - Full Story] [shreechitrakootake maunee baabaa]- Bhaktmaal


shreemaunee baaba chitrakootake prasiddh bhakt the. ye shree 108 svaamee shreelakshmanadaasajeeke shishy the. inhonne avadhoot vrittimen jeevan vyateet kiyaa. ek hee vritti sada rahee. kiseese kabhee yaachana naheen kee. inake gurujee siddhaavastha ke yogee the. khada़aaoo pahanakar bada़ee huee mandaakineemen us paar jaaya karate the. inhonne ek hee sthaanamen rahakar apana poorn jeevan vyateet kiyaa.ekaantamen raatrike samay jaba-tab kuchh ga pada़te the 'muda़eheekee muraliya baaj rahee' yahee unaka priy pad thaa. lagabhag nabbe varshako avasthaamen kaartik maas san 42 ya 43 men shareer tyaagakar svargako padhaare. lekhak shareeratyaagake samay unhonke sameep thaa. unakee samaadhi chitrakootamen mandaakineetatapar banee hai. bhaktalog deepamaalika aadi parvonmen usaka poojan kiya karate hain.

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तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
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तुम रस के सागर रसिया हो
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
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जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
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वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
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मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
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राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
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